Sonia Gandhi Meeting: विपक्षी दलों के साथ शुक्रवार को बैठक के दौरान कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि संसद में विपक्षी एकता का भरोसा, लेकिन इसके बाहर बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़नी होगी. उन्होंने कहा कि लक्ष्य 2024 लोकसभा का चुनाव है और इसके लिए व्यवस्थित तरीके से योजना बनानी होगी. यह एक चुनौती है लेकिन हम मिलकर यह कर सकते हैं क्योंकि इसका कोई विकल्प नहीं है.
सोनिया गांंधी की विपक्ष से एकजुटता की अपील
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि सबकी अपनी मजबूरियां भी हैं, लेकिन राष्ट्र हित की मांग है कि हम सब उससे ऊपर उठें. उन्होंने कहा- “मुझे विश्वास है कि संसद के आने वाले सत्रों के दौरान भी विपक्ष की एकता कायम रहेगी. बड़ी राजनीतिक लड़ाई संसद के बाहर लड़ी जानी है.” उन्होंने यह भी कहा कि इस समय विपक्षी दलों की एकजुटता राष्ट्रहित की मांग है और कांग्रेस अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा- ‘‘देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ अपने व्यक्तिगत और सामूहिक संकल्प पर फिर जोर देने का सबसे उचित अवसर है. मैं यह कहूंगी कि कांग्रेस की तरफ से कोई कमी नहीं रहेगी.’’
बैठक में भाग लेने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ट्वीट किया- ‘‘सोनिया गांधी की पहल पर आज समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की बैठक संपन्न हुई. वर्चुअल रूप से आयोजित की गई इस बैठक में सम्मिलित होकर अपने विचार व्यक्त किए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान सरकार इन सभी मुद्दों को हल करने में विफल रही है. जो लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं, जो लोग हमारे देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं, उन्हें एक साथ आना चाहिए, ऐसा मेरा आह्वान है.’’
शरद पवार बोले- लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बचाने के लिए आएं साथ
पवार ने कहा, ‘‘एक समयबद्ध कार्यक्रम को सामूहिक रूप से शुरू करने की आवश्यकता है. मैं ये सुझाव देता हूं कि इन सभी मुद्दों से एक साथ निपटने के बजाय, हमें प्राथमिकता तय कर के सामूहिक रूप से इन मुद्दों को सुलझाने के लिए और अपने देश को एक अच्छा वर्तमान और भविष्य देने के लिए कार्य करना चाहिए.’’
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में विपक्षी दलों के नेताओं की वर्चुअल के दौरान कांग्रेस समेत 19 दलों के नेता बैठक में मौजूद रहे. जिन दलों ने हिस्सा लिया वे हैं- कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, डीएमके. शिवसेना, जेएमएम, सीपीआई, सीपीएम, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आरजेडी, एआईयूडीएफ, वीसीके, लोकतांत्रिक जनता दल, जेडीएस, आरएलडी, आएसपी, केरल कांग्रेस मणि, पीडीपी और आईयूएमएल.